114 Part
223 times read
15 Liked
सूखे पत्ते सा है हमारा जीवन न कर दिल ए नादान ऐसे ख्वाब की ख्वाहिश जिससे कि तुम दर्द के अथाह सागर में डूब जाओ। व्यवहार ही जीवन की सार है ...